नई दिल्ली, 31 अक्टूबरः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष स. मनजिंदर सिंह सिरसा ने कांग्रेस पार्टी द्वारा इंदिरा गांधी की बरसी को किसानों के लिए अधिकार दिवस के रूप में मनाने के किए गये ऐलान की पुरज़ोर शब्दों में निंदा की है और कहा है कि हैरानी वाली बात है कि जिस इंदिरा गांधी ने किसानों के अधिकार छीनने में कोई कसर नहीं छोड़ी आज उसके नाम पर ही ऐलान किए जा रहे हैं।
यहां जारी किए एक बयान में स. सिरसा ने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक एवं दुखदायी बात है कि कांग्रेस पार्टी इंदिरा गांधी की बरसी को किसानों के लिए अधिकार दिवस के रूप में मनाने का ऐलान कर रही है। उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि इंदिरा गांधी ने पंजाब के किसानो के हक छीनने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी, उसने सतलुज यमुना लिंक नहर जैसी नहरें निकालीं और किसानों को व पंजाबियों के हक को समाप्त करने के लिए पंजाब की राजधानी छीनी और सिखों के सर्वोच्च तख्त श्री अकाल तख्त साहिब व श्री दरबार साहिब पर तोपों व टैंकों से हमले किए। उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह केन्द्रीय कांग्रेसी लीडरशिप व पंजाब की कांग्रेसी लीडरशिप किसानों के संघर्ष को कमज़ोर करने के लिए प्रयास कर रही है जो कभी भी कामयाब नहीं होंगे।
स. सिरसा ने कहा कि वास्तव में किसान अधिकार दिवस केवल बाबा बंदा
सिंह बहादुर जी के नाम पर मनाया जाना चाहिए जिन्होंने किसानों को उनकी ज़मीनों का
हक दिलाया। उन्होंने कहा कि जिस कातिल इंदिरा गांधी ने पंजाब के लिए खास तौर पर
सिखों के लिए कुछ नहीं किया व उनके अधिकारों के साथ समझौते किए उसके नाम पर मानवीय
अधिकार दिवस मनाया जाना बहुत ही शर्मनाक बात है।
No comments:
Post a Comment