Wednesday, December 30, 2020

स्त्री अकाली दल द्वारा टीकरी बार्डर पर बुजुर्ग महिलाओं को गर्म वस्त्र उपलब्ध करवाये


स्त्री अकाली दल दिल्ली इकाई की अध्यक्षा बीबी रणजीत कौर व उनकी टीम ने टीकरी बार्डर धरने पर बैठी बुजुर्ग महिलाओं को गर्म वस्त्र उपलब्ध करवाये।

बीबी रणजीत कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि टीकरी बार्डर से उन्हें महिलाओं के फोन आ रहे थे कि कड़कड़ाती सर्दी के चलते उन्हें गर्म कपड़ों और कंबल आदि की आवश्यकता है उसी के चलते स्त्री अकाली दल की टीम द्वारा महिलाओं के लिए कंबल, गर्म कपड़े, स्वैटर, गर्म शाल, गर्म जुराबें, गर्म पजामें आदि उपलब्ध करवाये। बीबी रणजीत कौर ने कहा कि स्त्री अकाली दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष बीबी जगीर कौर के आदेश की पालना करते हुए वह दिल्ली इकाई की समूची टीम को साथ लेकर वह दिल्ली के सभी बार्डर पर जाकर महिला प्रदर्शनकारियों से संपर्क कर उन्हें पेश आने वाली समस्याओं को हल करवाने के प्रयास करती आ रही हैं। महिलाओं के लिए वाशरूम की व्यवस्था बीबी जागीर कौर द्वारा करवाई गई थी महिलाओं को सैनेटरी पैड व अन्य जरूरी सामान दवाईयां आदि भी समय-समय पर उपलब्ध करवाई जा रही है। 

बीबी रणजीत कौर ने देश की सरकार से अपील की है कि वह अपनी जिद्द छोड़ किसानों की समस्याएं हल करें जिससे किसान अपने घरों की और कूच कर सकें।

Sunday, December 27, 2020

उत्तराखंड से काफिला लेकर गाजीपुर पहुँचने के बाद मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिल्ली बॉर्डरों पर लगाया डेरा


नई दिल्ली, 27 दिसंबरः दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने उत्तराखंड व यू.पी से काफिला लेकर गाज़ीपुर बार्डर पर पहुंचने के पश्चात दिल्ली बार्डरों पर डेरा लगा लिया है व कमेटी द्वारा चल रही सेवा में स्वंय शामिल होकर सेवा भी कर रहे हैं और इसकी निगरानी भी कर रहे हैं।

स. सिरसा ने कहा कि किसानों को किसी भी तरह की जरूरत होगी तो वह दिल्ली गुरूद्वारा कमेटी पूरी करेगी। उनहोंने कहा कि हम किसानों की हर संभव सेवा के लिए हाज़िर हैं। चाहे किसान संघर्ष कितना ही लंबा क्यों न चले, दिल्ली कमेटी किसी भी चीज़ की कोई कमी नहीं होने देगी।

इस मौके पर उत्तराखंड व यू.पी में घटित हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए स. सिरसा ने बताया कि उत्तराखंड व यू.पी पुलिस ने किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए बहुत ही हथकंडे अपनाये पर किसानों के जोश के आगे पुलिस की नाकेबंदी टिक नहीं सकी।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के नवाबगंज में पुलिस ने लोगों के मोबाईल लेकर उन्हें ज़बीर थाने बुलाकर दिल्ली जाने से रोका था। इसी तरह से उत्तराखंड के उद्धम नगर के बाज़पुर में भी पुलिस ने अपने द्वारा किसानों को धमकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

उन्होंने बताया कि यह पहले जत्थे के पहुंचने के बाद अब यू.पी और उत्तराखंड से अन्य जत्थे भी आने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि स.सिरसा की अगुवाई में नौजवानों ने बैरीकेड तोड़ कर दिल्ली की तरफ कूच किया था और यह टीम कल देर शाम दिल्ली बार्डर पर पहुंच गई है।

 

मनजिंदर सिंह सिरसा: पुलिस द्वारा अंग्रेजों की तरह लोगों की आवाज़ दबाने की कोशिश को सफल नहीं होने देंगे

            


दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता स. मनजिंदर सिंह सिरसा ने उत्तराखंड पुलिस द्वारा लोगों की आवाज़ दबाने के लिए मुकदमा दर्ज करने की सख्त निंदा की है और कहा है कि यह पुलिस अंग्रेज़ों की तरह ही व्यवहार कर रही है जो लोगों को डराने व धमकाने का तरीका इस्तेमाल करते थे।

यहां जारी किए एक बयान में स. सिरसा ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस ने हमारे खिलाफ धारा 144, 147, 153, 188 और 259 आइ.पी.सी के तहत केस दर्ज कर हमारी आवाज़ को कुचलने का प्रयास किया है। यह व्यवहार ब्रिटिश हुक़ूमत की तरह है। पुलिस किसानों के घर-घर जा कर छापे मारी कर रही है पर इन सब हरकतों से हम डरने वाली नहीं हैं।


उन्होंने कहा कि वह उद्धम सिंह नगर के एस.एस.पी को बताना चाहते हैं कि इस तरह के व्यवहार से हमारी आवाज़ को दबाया नहीं जा सकता। हम हर लड़ाई लड़ेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस का यह प्रयास दिल्ली कमेटी जो कि लोगों की सेवादार संस्था है को समाप्त करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है जो कभी भी सफल नहीं होने दी जाएगी।
स. सिरसा ने कहा कि हम बताना चाहते हैं कि उन्होंने गलत लोगों से पंगा लिया है और वह ज़बरदस्ती लोगों को डरा नहीं सकते। उन्होंने कहा कि अब यह मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद उत्तराखंड व यू.पी से अन्य लोग दिल्ली बार्डर पर किसान धरनों में पहुंचेंगे।

 

माता सुन्दरी गुरूद्वारा में मनाया गया साहिबज़ादों और माता गुजरी जी का शहीदी पर्व




दिल्ली सिख गुरद्वारा कमेटी द्वारा गुरू गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबज़ादों बाबा जोरावर सिंह बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी जी की शहीदी को समर्पित होकर दिल्ली के गुरूद्वारा माता सुन्दरी में दीवान सजाये गये। जिसमें कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा, महासचिव हरमीत सिंह कालका सहित अन्य वक्ताओं ने पहुँचकर अपने गौरवमई इतिहास की जानकारी संगतों को दी।



सुबह अमृत वेले से दीवान सजाये गये जिसमें पंथ प्रसिद्ध कीर्तनीय जत्थों ने गुरबाणी का मनोहर कीर्तन संगतों को श्रवण करवाया, गुरबाणी विचार हुई। कार सेवा वाले बाबा बचन सिंह द्वारा संगतों को नाम सिमरन करवाया गया। जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ने आज संसार भर की संगत से सुबह 10 से 10.15 तक मूलमंत्र और गुरमंत्र का जाप कर साहिबज़ादों की शहादत को याद करने की अपील की थी जिसके चलते संगत ने मूलमंत्र का जाप किया।



कमेटी अध्यक्ष एवं महासचिव ने अपने सम्बोधन में कहा गुरु साहिब के 2 बड़े साहिबज़ादे चमकोर की जंग में शहीद हुए वहीं 2 छोटे साहिबज़ादे और माता गुजरी जी ने ठण्डे बुर्ज में रात गुज़ारने के पश्चात साहिबज़ादों को सरहंद की दीवारों में चुनवा दिया गया। इसी के चलते 20 दिसंबर से लेकर 27 दिसंबर तक हर वर्ष शहीदी सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। हमें अपने बच्चों को अपने इस गौरवमई विरसे की जानकारी अवश्य देनी चहिए क्योंकि अगर बच्चों को इसकी जानकारी मिल जाये तो वह कभी भी सिखी से दूर नहीं जा सकते।


इस मौके पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की धर्म प्रचार के चेयरमैन जतिन्द्रपाल सिंह गोल्डी, कमेटी सदस्य अमरजीत सिंह पिंकी, माता सुन्दरी गुरूद्वारा के चेयरमैन सुखविन्दर सिंह बब्बर के अलावा बड़ी गिनती में संगत ने हाजरी भरी।


  

Tuesday, December 22, 2020

दिल्ली कमेटी द्वारा दमदमा साहिब में मनाया गया बड़े साहिबजादों का शहीदी दिवस


नई दिल्ली 22 दिसम्बरः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी द्वारा गुरु गोबिन्द सिंह जी के बड़े सुपुत्र बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह के शहीदी दिवस को समर्पित होकर गुरुद्वारा दमदमा साहिब में विशेश दीवान करवाये गये जिसमें श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने विशेश तौर पहुंचकर संगतों को साहिबजादों और गुरु साहिब के इतिहास की जानकारी दी।  डा जसपाल सिंह पूर्व वाईस चांसलर पंजाबी युनिवर्सिटी पटियाला, सः हरमीत सिंह कालका महासचिव दिल्ली कमेटी एवं अध्यक्ष शिरोमणी अकाली दल दिल्ली इकाई, बीबी रणजीत कौर वरिश्ठ उपाध्यक्ष, जतिन्दरपाल सिंह गोल्डी मुखी धर्म प्रचार कमेटी दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी ने भी पहुंचकर संगतों के दर्शन किये।


इस मौके पर संगतों को सम्बोधन करते हुए सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि साहिबजादों की शहादत की दास्तान अपने आप में अनोखी है और इसकी कोई भी दूसरी मिसाल रहती दुनिया तक नहीं हो सकती। जिन्होंने इस देश और धर्म की खातिर बहुत ही छोटी उम्र में अपना बलिदान दे दिया पर अफसोस कि इस देश के लोगांे को सैंकेड़ों साल बीतने के पश्चात भी इतिहास की जानकारी नहीं है। जत्थेदार अकाल तख्त के इलावा डा जसपाल सिंह पूर्व वाईस चांसलर पंजाबी युनिवर्सिटी पटियाला ने भी संगतों को साहिबजादों के इतिहास की विस्तार पूर्वक जानकारी दी।


वरिश्ठ अकाली नेता जत्थेदार कुलदीप सिंह भोगल ने बताया कि पिछले 6 सालों से बड़े साहिबजादों का शहीदी दिन गुरुद्वारा दमदमा साहिब में करवाना शुरु किया था तभी से हर साल यहां पर विशेष दीवान कमेटी द्वारा सजाये जाते हैं। उन्होने बताया कि यहां पर साहिबजादों और माता गुजरी जी की याद ताजा करवाने के लिए उनके नाम पर एक पार्क भी बनाया गया है जिसे यहां आने वाली संगत देखकर उन्हें याद करते हैं। इस मौके पर कमेटी के अनेक सदस्यगण एवं दमादमा साहिब कमेटी के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।

News Credit,
Mr.Sudeep Singh
Honoraray Media Advisor
DSGMC