Tuesday, December 22, 2020

मनजिंदर सिंह सिरसा दिल्ली आ रहे यू.पी पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गये किसानों को छुड़ाने के लिए रामपुर पहुँचे

             
 मनजिंदर सिंह सिरसा:पूरा देश किसानों के साथ, किसानों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होने देंगे

नई दिल्ली, 22 दिसंबर: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा आज बरेली से किसान संघर्ष में शामिल होने के लिए दिल्ली आ रहे किसानों को यू.पी पुलिस द्वारा हिरासत में लिये जाने की रिपोर्ट प्राप्त होने पर तुरंत रामपुर के लिए रवाना हुए।

रास्ते में उन्होंने यू.पी पुलिस को किसानों की ट्रैक्टर ट्राली, कारों व अन्य साधनों पर लगे किसान झंडे हटवाने के विरूद्ध चेतावनी भी दी और कहा कि यह झंडे इनकी जत्थेबंदियों व किसान संघर्ष के झंडे हैं जिन्हें लगाने का किसानों को अधिकार है।

देर शाम स. सिरसा मोगा ढाबा रामपुर पहुंचे जहां यू.पी पुलिस ने हिरासत में लिये किसानों को रखा है उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से बातचीत की और अपील करते हुए कहा कि किसानों को तुरंत रिहा किया जाये क्यांेकि रोष प्रकट करना उनका संवैधानिक अधिकार है जो इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने किसानों को रिहा ना किया तो फिर वह इलाके में ज्यादा से ज्यादा संख्या में संगतों को एकत्र करेंगे और पुलिस व किसानों को रिहा करने के लिए दबाव बनाएंगे क्योंकि किसानों ने कोई गुनाह नहीं किया।

उन्होंने बताया कि रामपुर टोल प्लाज़ा पर तकरीबन तीन हज़ार किसानों को पुलिस ने हिरासत में रखा है बैरीकेड लगाए हुए हैं और इन्होंने बरेली से आ रहे किसानों को आगे जाने से रोका गया है। उन्होंने कहा कि अमानवीय कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गुरबाणी का पाठ कर रहे किसानों को भी उठाया है यह बेअदबी से कम मामला नहीं है।

उन्होंने कहा कि यू.पी पुलिस यह ना समझे कि किसाने अकेले हैं जबकि पूरा देश किसानों के साथ है और अगर पुलिस सहित किसी ने भी शांतिमई प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ ताकत का इस्तेमाल करने का प्रयास किया तो उसे पूरे देश के अमन पसंद लोग सबक सिखायेंगे।

स. सिरसा के अलावा रामपुर जाने वाले जत्थे में मनजीत सिंह औलख हरमीत सिंह, जसमेन सिंह नोनी, मान, गुरमीत सिंह भाटिया व सरवजीत सिंह विरक भी शामिल थे जो रामपुर पहुंचे व किसानों को छुड़वाने के लिए प्रयासरत हैं।

 

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Mr.Sudeep Singh
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Monday, December 21, 2020

दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी द्वारा श्रद्धापूर्वक मनाया गया गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस


दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी द्वारा श्रद्धापूर्वक मनाया गया गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा हिन्द की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी पर्व पूरी श्रद्धा भावना के साथ मनाया गया। दिल्ली कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा, महासचिव हरमीत सिंह कालका के इलावा तख्त पटना साहिब के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह हित्त ने पहुँचकर गुरु तेग बहादुर साहिब के इतिहास की संगत को जानकारी दी।


दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा साहिब श्री गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस पूरी श्रद्धा भावना के साथ मनाया गया। गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब के लख्खीशाह वंजारा हॉल में कई महीनों के बाद आज दीवान सजाए गए। कोरोना महामारी के चलते कमेटी ने गुरु हरिकृष्ण साहिब जी एवं गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व भी सरकारी निर्देशांे का अनुपालन करते हुए सुरक्षा की दृष्टि से गुरुद्वारा बंगला साहिब के हॉल में मनाये गए थे। 



कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा एवं महासचिव हरमीत सिंह कालका ने गुरु तेग बहादुर जी के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज अगर हिन्दू धर्म सलामत है तो गुरु जी की बदौलत ही है पर अफसोस कि आज सैंकड़ों वर्ष बाद भी लोगां को इतिहास की जानकारी नहीं है क्योंकि समय की हुकुमतों ने औरंगज़ेब का इतिहास तो लोगों को बताया पर गुरु तेग बहादुर जी का इतिहास ना तो स्कूल की किताबों में पढ़ाया गया ओर ना ही इसकी जानकारी लोगों को अन्य माध्यमों से दी गई। तख्त पटना साहिब के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह हित्त ने अपने सम्बोधन में कहा कि अपने सम्बोधन में कहा कि आज अगर हिन्दू मन्दिरों में टल बजते हैं तो वह गुरु जी की कुर्बानी की बदौलत ही है, अगर गुरु जी अपनी शहादत न देते तो औरंगजेब का जुल्म लगातार चलता रहता और  अंत मे इस देश मे केवल एक ही धर्म रह जाता।


दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी द्वारा गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब के इलावा सभी एतिहासिक गुरुद्वारों में भी कीर्तन समागम करवाए गए। इसके अतिरिक्त सिंघु बार्डर पर भी कमेटी द्वारा दीवान सजए जिसमें पंथ प्रसिद्ध कीर्तनीय जत्थों ने गुरु तेग बहादुर जी की बाणी का कीर्तन संगतों को श्रवण करवाया। भाई पिन्द्रपाल सिंह जी ने कथा के माध्यम से संगतों को गुरु साहिब के इतिहास की जानकारी दी।
कमेटी प्रबंधकों ने संगत का आभार प्रकट किया जिनके पूर्ण सहयोग के चलते कमेटी ने पहले कोरोना महामारी के दौरान मानवता की सेवा पूरी तनदेही से की ओर अब किसानों की सेवा भी संगतांे के सहयोग के चलते की जा रही है उन्होंने संगतों को वहां पहुंचकर भी सेवा करने की अपील की।





Saturday, December 19, 2020

गुरु तेग बहादुर साहिब जी के शहीदी दिवस को समर्पित गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में करवाये जाएंगे

           
            धर्मप्रचार मुखी जतिंद्रपाल सिंह गोल्डी

18 दिसंबर को सीस गंज साहिब और 19 20 को रकाब गंज साहिब में होंगे समागम

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा 9वीं पातशाही साहिब श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस को मुख्य रखते हुए 3 दिन के समागम करवाये जा रहे हैं।

कमेटी के धर्मप्रचार मुखी जतिंद्रपाल सिंह गोल्डी ने जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली कमेटी द्वारा गुरु साहिब के शहीदी दिवस को समर्पित 18 दिसंबर को रात्रि का दीवान गुरुद्वारा सीस गंज साहिब में करवाया जा रहा है जो शाम को रहिरास साहिब के पाठ के उपरांत शुरु होकर देर रात तक चलेगा इसके इलावा 19 दिसंबर को शहीदी दिवस वाले दिन गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब के लख्खी शाह वणजारा हाल में मुख्य समागम होगा जो कि सुबह शुरु होकर देर रात तक चलेगा। 20 दिसंबर को गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब के मुख्य हॉल में सुबह से दोपहर तक दीवान सजाये जाएंगे। स. गोल्डी ने बताया कि सभी दीवानों में पंथ के प्रसिद्ध रागी जत्थे गुरु की इलाही बाणी का कीर्तन संगतों को श्रवण करवायेंगे। गुरमति विचार होंगे और गुरु तेग बहादुर साहिब जी के जीवन, उनकी शहीदी  कैसे व क्यों हुई इस सबंध में भी संगतों को परिचित करवाया जाएगा। इसके अलावा कमेटी द्वारा चलाए जा रहे गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा गुरु साहिब के जीवन पर वर्चुअल कार्यक्रम भी किया जाएगा।

स. गोल्डी ने बताया कि 19 दिसंबर को सिंघू बॉर्डर पर भी दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा शहीदी दिवस को समर्पित कीर्तन समागम करवाया जाएगा।

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Women Akali Dal Delhi Unit Is Providing Essential Goods to Women On The Border


   स्त्री अकाली दल की टीम बार्डर पर महिलाओं को जरूरी सामान मुहैया करवा रही है


स्त्री अकाली दल दिल्ली इकाई की टीम दिल्ली बार्डर पर संघर्ष कर रहे किसानों के बीच पहुंचकर उनकी हर सभव मदद करती दिखाई दे रही हैं। खासकर महिलाओं को होने वाली समस्याओं का निवारण किया जा रहा है।

स्त्री अकाली दल दिल्ली इकाई की अध्यक्ष एवं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष बीबी रणजीत कौर ने बताया कि वह दिल्ली के सभी बार्डर जिसमें सिंघू, टीकरी और गाज़ीपुर बार्डर पर जाकर किसानों की समस्याएं सुन रही हैं एवं खासकर महिलाओं को जो दिक्कत पेश आ रही है उनका निवारण किया जा रहा है। महिलाओं को सैनेट्री नैपकिन मुहैया करवाए जा रहे हैं गर्म कपड़े महिलाओं और बच्चों को मुहैया करवाए जा रहे हैं। उन्हांने कहा कि मैं स्वंय एक महिला हँू इसलिए समझ सकती हँू कि महिला अगर अपने घर से बाहर रहती है तो किस तरह की दिक्कत पेश आती है इसलिए उनसे मिलकर जो भी समस्या है उसका निवारण करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले महिलाओं को वाशरूम की दिक्कत आ रही थी जिसे देखते हुए शिरोमणि  कमेटी के सहयोग से 280 वाशरूम लगवाये गये। इसके अतिरिक्त अन्य दिक्कतें दिल्ली कमेटी और शिरोमणि कमेटी के सहयोग से हल की जा रही हैं।

बीबी रणजीत कौर के साथ बीबी सुरबीर कौर, भुपिन्द कौर, मनजीत कौर, इन्द्रजीत कौर, बलजीत कौर सहित महिलओं की पूरी टीम कार्य कर रही है।

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Sri Guru Tegh Bahadur Ji: Remembering The Martyrdom of Hind -KI-Chaadar



Today is Martyrdom Day of 9th Sikh Guru Sri Guru Tegh Bahadur Sahib Ji, who on the appeal of delegation of Kashmiri Hindu Pandit visited Anandpur Sahib,  laid his life at Chandni Chowk Delhi to save the Hindu Religion from the atrocities of Mughal emperor Aurangzeb in the year of 1675. 

Dr.Gurdeep Kaur
Associate Professor
Sri Guru Nanak Dev Khalsa College
University of Delhi


DSGMC:Langar of Turbans For Farmers At Singhu Border


   दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी ने बार्डरों पर डटे किसानों के लिए लगाया दस्तार का लंगर


 नौजवानों को अपनी विरासत व सिखी से जोड़ना मुख्य मकसदः मनजिंदर सिंह सिरसा



दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बार्डरों पर डटे किसानों के लिए अब दस्तारों का लंगर लगा दिया है।

                


आज यहां सिंघू बार्डर पर कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने स्वंय एक विशेष कैंप में पहुंच कर नौजवानों के सिर पर दस्तार सजाने की सेवा की। इस मौके पर स. सिरसा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हमारा मुख्य मकसद नौवानों को अपनी विरासत और सिखी से जोड़ना है। उन्होंने बताया कि आज सुबह तकरीबन 450 नौजवानों के सिर पर दस्तारें सजाईं गईं हैं। उन्होंने बताया कि इस विशेष कैंप को लेकर नौजवानों में बहुत उत्साह है और खास तौर पर पंजाब और हरियाणा के नौजवान किसान इस कैंप में आकर दस्तार सजा रहे हैं एवं दस्तार सजाने की ट्रेनिंग भी ले रहे हैं।

          


स. सिरसा ने बताया कि इससे पहले कमेटी द्वारा संघर्ष की शुरुआत में लंगर की सेवा शुरु की गई थी जिसके बाद दवाईयों व एंबुलेंस की सेवा की गई रोटी बनाने वाली मशीनें तैनात की गईं ओर इसके बाद रैन बसेरे बनाए गए व आज दस्तारों के साथ-साथ पिन्नी की सेवा गई और संघर्ष कर रहे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली पिन्नियां बांटी गईं तांकि इन्हें कड़कती ठंड के प्रभाव से बचाया जा सके।




इस दौरान दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी द्वारा चार साहिबज़ादों सहित अन्य धार्मिक फिल्में संगतों के लिए दैनिक आधार पर दिखाईं जा रही हैं। उन्होंने बताया कि कमेटी द्वारा गुरु साहिब के दर्शाए मार्ग पर चलते हुए जहां संगत की सेवा की जा रही है वहीं ज्यादा से ज्यादा संगत को अपने गौरवमई इतिहास से परिचित करवाने का भी प्रयास किया जा रहा है उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों मे यह सेवा और भी तेज़ की जायेगी और किसानों के लिए अन्य किसी भी प्रकार की जरूरत होगी तो उसकी भी सेवा की जाएगी।

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Tuesday, December 15, 2020

राजौरी गार्डन गुरुद्वारा कमेटी द्वारा बच्चों की धार्मिक प्रतियोगिता करवाई गई



    राजौरी गार्डन गुरुद्वारा कमेटी द्वारा बच्चों की धार्मिक प्रतियोगिता करवाई गई
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा राजौरी गार्डर में बच्चों की धार्मिक प्रतियोगिता करवाई गई इसमें बच्चों द्वारा गुरु तेग बहादुर साहिब की बाणी सलोक महला 9 के शब्द कीर्तन गायन किए गए और बाणी विचार भी हुए।

गुरुद्वारा साहिब के अध्यक्ष हरमनजीत सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा साहिब की समूची कमेटी और संगत द्वारा मिलकर साहिब श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 400वें पर्व को मनाने के लिए तैयारियां शुरु कर दी गई हैं जिसे मुख्य रखते हुए कीर्तन समागम और बच्चों के कीर्तन, कवि दरबार करवाये जा रहे हैं वहीं माता गुजरी जत्थे के सहयोग से धार्मिक प्रतियोगिता करवाई गई जिसमे सैंकड़ों बच्चों ने भाग लिया। बच्चों द्वारा बहुत ही संुदर अंदाज़ में सलोक महला 9 की बाणी के शब्दों का गायन हुआ, कविताएं पढ़ी गईं और गुरबाणी की विचार हुई। 4 जजों के पैनल द्वारा बच्चों को अंक दिए गए। पहले 4 विजयी बच्चों को गुरुद्वारा साहिब की कमेटी द्वारा ईनाम भी दिए गए और बाकी सभी बच्चों को सर्टिफिकेट दिए गए। स. हरमनजीत सिंह ने बताया कि विजयी बच्चों का फाईनल आने वाले शुक्रवार को होगा।
इस मौके पर गुरुद्वारा साहिब में चलाये जा रहे डायलेसिस केन्द्र के चेयरमैन लदीप सिंह ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम होते रहने चाहिए जिससे बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है और उन्हें इतिहास की जानकारी भी मिलती है। गुरुद्वारा साहिब कमेटी के सदस्य एस.एस. भाटिया, हरिंदर सिंह, प्रीत प्रताप सिंह भी मौजूद रहे।

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Mr.Sudeep Singh
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शिरोमणि अकाली दल के 100 वें स्थापना दिवस पर समागम करवाया

शिरोमणि अकाली दल के 100 वें स्थापना दिवस पर समागम करवाया



शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई द्वारा पार्टी के 100वें स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी दफ्तर में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें शिरोमणि अकाली दल के नेताओं व वर्करों के साथ-साथ आम संगत बड़ी गिनती में मौजूद हुईं। स्त्री अकाली दल की महिलाओं द्वारा सुखमनी साहिब का पाठ कर समागम की शुरुआत की गई। भाई मनोहर सिंह के जत्थे द्वारा इलाही बाणी का कीर्तन श्रवण करवाया गया।


इस समागम को संबोधित करते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष स. मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल एक पार्टी नहीं एक सोच व एक ज़ज़्बा है। उन्होंने कहा कि इस सोच व जज़्बे की बदौलत ही आज हिन्दोस्तान का मौजूदा स्वरूप है। उन्होंने ऐतिहासिक तथ्यों को पेश करते हुए बताया कि कैसे पंजाब और पश्चिमी बंगाल भारत का हिस्सा बने और मास्टर तारा सिंह ने इसमें सब से अहम भूमिका अदा की। उन्होंने कहा कि जो कुर्बानी अकाली दल ने देश और कौम के लिए दी है उसके लिए पूरे देश को ही अकाली दल का स्थापना दिवस मनाना चाहिए।

                                


समागम को संबोधित करते हुए कमेटी के महासचिव और पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष स. हरमीत सिंह कालका ने कहा कि अकाली दल ने कौम की रक्षा के लिए कई कुर्बानियां दीं और ननकाणा साहिब का मोर्चा, चाबियों का मोर्चा, गुरु का बाग व जैतों का मोर्चा आदि लगा कर व इमरजेंसी का विरोध कर कौम व देश की रक्षा की और इतने सारे संघर्षाें में कौम की हमेशा जीत हुई। उन्होंने कहा कि अकाली दल की कुर्बानियों में यह भी एक मिसाल है कि पार्टी के सरप्रस्त स. प्रकाश सिंह बादल ने हिन्दुस्तान के इतिहास में 18 वर्ष जेल काटी पर कभी भी ज़मानत नहीं ली। उन्होंने कहा कि अकाली नेतृत्व ने यह शहादतें व कुर्बानियां दे कर अकाली दल को जीवित रखा और अकाली दल ने कौम को जीवित रखने की लड़ाई लड़ी जिसके कारण अकाली दल को शहीदों की जथेबंदी कहा जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी का नाम अकाली दल इसलिए है क्योंकि अकाली उसे कहते हैं जो अकाल पुरख में विश्वास करता हो।



समागम को संबोधित करते हुए तख्त श्री पटना साहिब प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अवतार सिंह हित्त ने कहा कि कि असली अकाली वही है जिससे गौरे भी खौफ रखते थे आज अगर देश के लोग आज़ादी का सुख भोग रहे हैं तो उसमें सब से बड़ा योगदान शिरोमणि अकाली दल का है जिसके नेताओं ने अनेक जुल्म का सामना किया, शहादतें दीं उसके बाद पार्टी अस्तित्व में आई व आज कई लोग अकाली शब्द लगा कर अपनी दुकानें चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे अकालियों से सुचेत रहने की जरूरत है इस मौके पर पार्टी नेताओं द्वारा जत्थेदार अवतार सिंह का सम्मान भी किया गया।
इस मौके पर अपने संबोधन में बीबी रणजीत कौर ने कहा कि अकाली दल ही एक ऐसी धार्मिक पार्टी है जिसने महिलाओं को पूरा सम्मान दिया। सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर को बनाया, दिल्ली में उन्हें वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर बैठाया और औरतों को वोट डालने का अधिकार भी बीते समय में सब से पहले अकाली दल ने ही दिया था।
इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ अकालियों के अलावा दिल्ली कमेटी सदस्य, यूथ अकाली दल वर्कर व स्त्री अकाली दल वर्कर शामिल हुए।

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