बंदी
छोड़ दिवस का इतिहास बच्चों को बताया जाना चाहिएः गोलडी
नई दिल्ली, 13 नवंबरः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के धर्मप्रचार मुखी जतिंद्रपाल
सिंह का कहना है कि हमें अपने बच्चों को बंदी छोड़ दिवस का इतिहास जरूरत बताना
चाहिए जिससे उन्हें पता चल सके कि इस दिन गुरु हरिगोबिंद साहिब जी ने गवालियर के
किले से 52 राजाओं को आज़ाद करवाया था तब से लेकर अब तक
सिख इस दिन को बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं दूसरी तरफ आज के दिन ही
राजा दशरथ के पुत्र रामचंद्र जी बनवास समाप्त कर अयोध्या वापिस लौटे थे इसलिए
हिन्दू धर्म द्वारा इस दिन को दीवाली के रूप में मनाया जाता है।
स. गोलडी ने कहा कि जहां देशवासी दीवाली की बधाईयां देते हैं
वहीं सिखों को चाहिए कि वह बंदी छोड़ दिवस की बधाईयां दें तांकि इस इतिहास की
जानकारी पूरे समाज तक खासतौर से नौजवान पीढ़ी तक पहुंच सके।
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