दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी द्वारा श्रद्धापूर्वक
मनाया गया गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा हिन्द की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी पर्व पूरी श्रद्धा भावना के साथ मनाया गया। दिल्ली कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा, महासचिव हरमीत सिंह कालका के इलावा तख्त पटना साहिब के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह हित्त ने पहुँचकर गुरु तेग बहादुर साहिब के इतिहास की संगत को जानकारी दी।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा हिन्द की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी पर्व पूरी श्रद्धा भावना के साथ मनाया गया। दिल्ली कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा, महासचिव हरमीत सिंह कालका के इलावा तख्त पटना साहिब के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह हित्त ने पहुँचकर गुरु तेग बहादुर साहिब के इतिहास की संगत को जानकारी दी।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा साहिब श्री गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस पूरी श्रद्धा भावना के साथ मनाया गया। गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब के लख्खीशाह वंजारा हॉल में कई महीनों के बाद आज दीवान सजाए गए। कोरोना महामारी के चलते कमेटी ने गुरु हरिकृष्ण साहिब जी एवं गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व भी सरकारी निर्देशांे का अनुपालन करते हुए सुरक्षा की दृष्टि से गुरुद्वारा बंगला साहिब के हॉल में मनाये गए थे।
कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा एवं
महासचिव हरमीत सिंह कालका ने गुरु तेग बहादुर जी के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए
कहा कि आज अगर हिन्दू धर्म सलामत है तो गुरु जी की बदौलत ही है पर अफसोस कि आज
सैंकड़ों वर्ष बाद भी लोगां को इतिहास की जानकारी नहीं है क्योंकि समय की हुकुमतों
ने औरंगज़ेब का इतिहास तो लोगों को बताया पर गुरु तेग बहादुर जी का इतिहास ना तो
स्कूल की किताबों में पढ़ाया गया ओर ना ही इसकी जानकारी लोगों को अन्य माध्यमों से
दी गई। तख्त पटना साहिब के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह हित्त ने अपने सम्बोधन में
कहा कि अपने सम्बोधन में कहा कि आज अगर हिन्दू मन्दिरों में टल बजते हैं तो वह
गुरु जी की कुर्बानी की बदौलत ही है, अगर गुरु जी अपनी
शहादत न देते तो औरंगजेब का जुल्म लगातार चलता रहता और अंत मे इस देश मे
केवल एक ही धर्म रह जाता।
दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी द्वारा गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब के इलावा सभी एतिहासिक गुरुद्वारों में भी कीर्तन समागम करवाए गए। इसके अतिरिक्त सिंघु बार्डर पर भी कमेटी द्वारा दीवान सजए जिसमें पंथ प्रसिद्ध कीर्तनीय जत्थों ने गुरु तेग बहादुर जी की बाणी का कीर्तन संगतों को श्रवण करवाया। भाई पिन्द्रपाल सिंह जी ने कथा के माध्यम से संगतों को गुरु साहिब के इतिहास की जानकारी दी।
कमेटी प्रबंधकों ने संगत का आभार प्रकट किया जिनके पूर्ण सहयोग के चलते कमेटी ने पहले कोरोना महामारी के दौरान मानवता की सेवा पूरी तनदेही से की ओर अब किसानों की सेवा भी संगतांे के सहयोग के चलते की जा रही है उन्होंने संगतों को वहां पहुंचकर भी सेवा करने की अपील की।
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