नई दिल्ली 22 दिसम्बरः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी द्वारा गुरु गोबिन्द सिंह जी के बड़े सुपुत्र बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह के शहीदी दिवस को समर्पित होकर गुरुद्वारा दमदमा साहिब में विशेश दीवान करवाये गये जिसमें श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने विशेश तौर पहुंचकर संगतों को साहिबजादों और गुरु साहिब के इतिहास की जानकारी दी। डा जसपाल सिंह पूर्व वाईस चांसलर पंजाबी युनिवर्सिटी पटियाला, सः हरमीत सिंह कालका महासचिव दिल्ली कमेटी एवं अध्यक्ष शिरोमणी अकाली दल दिल्ली इकाई, बीबी रणजीत कौर वरिश्ठ उपाध्यक्ष, जतिन्दरपाल सिंह गोल्डी मुखी धर्म प्रचार कमेटी दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी ने भी पहुंचकर संगतों के दर्शन किये।
इस मौके पर संगतों को सम्बोधन करते हुए सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि साहिबजादों की शहादत की दास्तान अपने आप में अनोखी है और इसकी कोई भी दूसरी मिसाल रहती दुनिया तक नहीं हो सकती। जिन्होंने इस देश और धर्म की खातिर बहुत ही छोटी उम्र में अपना बलिदान दे दिया पर अफसोस कि इस देश के लोगांे को सैंकेड़ों साल बीतने के पश्चात भी इतिहास की जानकारी नहीं है। जत्थेदार अकाल तख्त के इलावा डा जसपाल सिंह पूर्व वाईस चांसलर पंजाबी युनिवर्सिटी पटियाला ने भी संगतों को साहिबजादों के इतिहास की विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
वरिश्ठ अकाली नेता जत्थेदार कुलदीप सिंह भोगल ने बताया कि पिछले 6 सालों से बड़े साहिबजादों का शहीदी दिन गुरुद्वारा दमदमा साहिब में करवाना शुरु किया था तभी से हर साल यहां पर विशेष दीवान कमेटी द्वारा सजाये जाते हैं। उन्होने बताया कि यहां पर साहिबजादों और माता गुजरी जी की याद ताजा करवाने के लिए उनके नाम पर एक पार्क भी बनाया गया है जिसे यहां आने वाली संगत देखकर उन्हें याद करते हैं। इस मौके पर कमेटी के अनेक सदस्यगण एवं दमादमा साहिब कमेटी के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।
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