नई दिल्ली, 26 अप्रैल:
फ्रांस में भारतीय सफारतखाने न फ्रांस में रहते सिक्ख परिवारों के बच्चों को नएके पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यह मामला दिल्ली सि1ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटीके जनरल सचिव श्री मनजिंदर सिंह सिरसा की तरफ से विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज के पासउठाया गया था जिस बाद में यह प्रक्रिया शुरू हुई है।
इस बात की जानकारी देते फ्रांस में रहते सिक्ख भाईचारे के नेताओं इकबाल सिंह भट्टी, चीमा बेगोवाल,सुरजीत सिंह, हरिंदरपाल सिंह और दूसरे ने बताया कि इस घटनाक्रम के साथ सि1ख भाईचारे ने बड़ीराहत महसूस की है। इन्होंने नेताओं ने फ्रांस में अरोर डान नाम का संगठन बनाया हुआ है जो मानवीयअधिकारों के साथ स6बन्धित मामले उठाता है और यह मामला इस की तरफ से श्री सिरसा के पासकुछ समय पहले उठाया गया था।
इन्होंने नेताओं ने बताया कि जब उन्होंने यह मामला श्री सिरसा के पास उठाया तो उन्होंने जहां यहमामला विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज के पास उठाया, वहां ही शिरोमणी अकाली दल के प्रधान स.सुखबीर सिंह बादल ने यह मामला प्रधान मंत्री द3तर के ध्यान में लाया जिस के नतीजे के तौर पर यहमसला हल हो सका।
उन्होंने बताया कि न सिर्फ अब सिक्ख भाईचारे के बच्चों को नए पासपोर्ट जारी हो रहे हैं बल्किसफारतखाने ने यह भी भरोसा दिलाया है कि उन परिवारों को भी नए के पासपोर्ट जारी किए जाएंगेजिन के पास रफ्यूजी स्टेटस है और उन्होंने खिलाफ भारत में किसी भी तरह का मुकदमा दर्ज नहीं हैऔर वह अपनी वितीय हालत सुधारना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस के इलावा चार अन्य अनजानेमामले जिन में व्यक्तियों ने भारत में वापस अपने परिवारों के पास लौटने की इच्छा अभिव्यक्ति है, मेंसे भी तीन केस सफारतखाने के विचार अधीन हैं और इन को परवानगी मिलने की संभावना है।
फ्रांस के नेताओं ने श्री सिरसा का धन्यवाद किया और कहा कि यह श्री सुखबीर सिंह बादल और श्रीमनजिंदर सिंह सिरसा की दखलअंदाजी सदका ही संभव हो सका है।
श्री सिरसा ने सि1ख भाईचारे के नेताओं को भरोसा दिलाया कि स. सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व मेंशिरोमणी अकाली दल लीडरशिप भाईचारे की बेहतरी के लिए काम करने के लिए दृड है और दुनिया मेंकिसी भी जगह पर सिक्ख भाईचारे को पेश आने वाली मुश्किलों के हल के लिए हमेशा यत्नशीलरहेगी। PR