‘‘एस.ओ.आई.’’ की दिल्ली इकाई का हुआ विस्तार :बड़ी संख्या में छात्राएं भी पदाधिकारी बनने के लिए आगे आई
शिरोमणी अकाली दल की छात्र इकाई ‘‘स्टूडेन्टस आॅर्गनाईजेशन आॅफ इंडिया’’ (एस.ओ.आई.) की दिल्ली इकाई का आज विस्तार किया गया। गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब के पार्टी कार्यालय में हुए कार्यक्रम में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एवं अकाली दल दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. एवं दिल्ली कमेटी के महासचिव मनजिन्दर सिंह सिरसा ने ए.बी.वी.पी. छोड़ के साथियों समेत ‘‘एस.ओ.आई.’’ में शामिल हुए रवतेज सिंह अरोड़ा को सिरोपा देकर जहां सम्मानित किया वहीं गुरु गोबिन्द सिंह काॅलेज आॅफ काॅमर्स तथा श्री गुरुनानक देव खालसा काॅलेज के नवनियुक्त लगभग 50 पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र भी सौंपे।
जी.के. ने इस अवसर पर ‘‘एस.ओ.आई.’’ के कार्यकर्ताओं को देश का भविष्य बताते हुए सिख इतिहास के बारे जानकारी भी दी। जी.के. ने कहा कि पंजाब के सहयोग के बिना देश आजाद नहीं हो सकता था इसलिए पंजाबियों की कुर्बानीयों को याद रखना तथा उस पर गर्व करना हमारा परम फर्ज बनता है। गुरु तेग बहादर खालसा काॅलेज का पूर्व विद्यार्थी होने का हवाला देते हुए जी.के. ने 1977 में छात्र संघ के नेता का चुनाव लड़ने के बाद शुरू हुए सियासी सफर के दौरान अकाली दल दिल्ली प्रदेश तथा दिल्ली कमेटी का अध्यक्ष बनने को यादगारी बताया।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब में गुरू साहिबानों, भट्ट साहिबानों तथा भगतों की बाणी शामिल होने की बात करते हुए जी.के. ने सभी धर्माे तथा समुदायों के लोगों को साथ लेकर अलग पहचान स्थापित करने का भी बच्चों को सन्देश दिया। खालसा काॅलेजों में पढ़ाई के दौरान मिलते उत्तम विचारों को समाजसेवा के लिए इस्तेमाल करते हुए अनोखा उदाहरण स्थापित करने का भी जी.के. ने बच्चों का आह्वान किया।
सिरसा ने बच्चों को अपने धर्म, विरासत तथा पार्टी पर गर्व करने की सलाह देते हुए दिल्ली कमेटी को चारों खालसा काॅलेजों में सिख बच्चों के लिये 50 फीसदी सीटें आरक्षित रखने में मिली कामयाबी को कौम की बड़ी जीत बताया। सिरसा ने आशा जताई कि आज इस कार्यक्रम में शामिल हुए विद्यार्थीयों में से ही आने वाले समय में कोई अकाली दल या दिल्ली कमेटी के अध्यक्ष जैसे प्रतिष्ठित पद पर पहुंचेगा। सिरसा ने साफ कहा कि बेशक देश में हमारी आबादी 2 प्रतिशत है पर फिर भी पूरे संसार में हम अहमियत रखते हैं। इस संबंध में भारत के बाहर विदेशों में सिखों के संसद सदस्य बनने का भी उन्होंने हवाला दिया। सिरसा ने 2013 के दिल्ली कमेटी के चुनाव दौरान सबसे अधिक नौजवान सदस्यों के चुनाव जीतने का भी दावा किया।
पूर्व विधायक तथा ‘‘एस.ओ.आई.’’ के प्रभारी हरमीत सिंह कालका ने स्टेज सचिव की सेवा निभाते हुए छात्रों को मिले नियुक्ति पत्रों को बड़ी जिम्मेदारी के तौर पर परिभाषित किया। कालका ने कहा कि पदाधिकारी बनने का मतलब नौजवानों को गलत काम करने का लाईसेंस मिलना ना समझा जाये। दिल्ली कमेटी की धर्मप्रचार कमेटी के चेयरमैन परमजीत सिंह राणा ने खालसा काॅलेजों में इस वर्ष बहुसंख्या में सिख बच्चों के हुए दाखिलों के कारण पहली बार काॅलेजों में पगड़ी वाले छात्र बड़ी गिनती में दिखने का भी दावा किया। इस अवसर पर दिल्ली कमेटी के संयुक्त सचिव अमरजीत सिंह फतेह नगर, दिल्ली कमेटी सदस्य कुलवंत सिंह बाठ, हरदेव सिंह धनौवा, चमन सिंह, रविन्दर सिंह लवली, अकाली नेता जसवंत सिंह बिट्टू, गुरमीत सिंह फैडरेशन, सतबीर सिंह गगन तथा ‘‘एस.ओ.आई.’’के प्रदेश अध्यक्ष गगनदीप सिंह छियासी मौजूद थे।
With Thanks : Media DSGMC