इस बात की जानकारी देते हुए दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी
के अध्यक्ष श्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि इस कमेटी में दिल्ली सिख की
प्रमुख सभाओं, अलग अलग सम्प्रदायों, सिख बुद्धिजीवियों व सिख प्रचारकों को शामिल किया जाएगा। यह कमेटी हिंद
की चादर गुर तेग बहादुर साहिब जी के 400 वें प्रकाश पर्व
के कार्यक्रमों की रूप रेखा तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि ईन कार्यक्रमों को
प्रभावशाली ढंग से संगत के सहयोग से सफल बनाया जाएगा।
स. सिरसा ने बताया कि 400वें प्रकाश
पर्व के कार्यक्रम की शुरुआत गुरुद्वारा सीसगंज साहिब से होगी जहां 6 नवंबर को अखंड पाठ साहिब आरंभ होंगे जिनके भोग 8 नवंबर को डाले जायेंगे। इस दिन ही शताब्दी कार्यक्रमों की शुरुआत के
लिए अरदास होगी और फिर योजनाबद्ध तरीके से सभी कार्यक्रम सफल बनायें जायेंगे।
उन्होंने बताया कि शताब्दी कमेटी के चेयरमैन जथेदार अवतार सिंह हित्त होंगे।
दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि जिस तरह से
दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी ने गुरु नानक देव जी का 550वां
प्रकाश पर्व बड़े स्तर पर मनाया था उसी तरह गुरु तेग बहादुर साहिब जी का 400वां प्रकाश पर्व भी बड़े स्तर पर मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गुरु
साहिब की गुरबाणी व संदेश घर-घर तक पहुंचाने का हर प्रयास किया जाएगा और इसके लिए
सिंह सभाओं व अलग-अलग संप्रदायों के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सिख संगत का
सहयोग लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिस तहर से गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के मौके पर पंजाब से दिल्ली तक नगर कीर्तन सजाए गए उसी तरह से अब भी नगर कीर्तन सजाए जाऐंगे और पहले की तरह ही आई.जी स्टेडियम में बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होनें कहा कि गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने अद्वितीय शहादत दे
कर भारत में मानवता की रक्षा की थी। अगर गुरु साहिब अद्वितीय शहादत ना देते तो
भारत का मौजूदा स्वरूप् ही संभव ना होता यह बात स्वंय भारत की राष्ट्रीय लीडरशिप स्वीकार
कर चुकी है। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब की शहादत ने ही भारत के अस्तित्व को संभव
बनाया है इसलिए गुरु साहिब का 400वां प्रकाश पर्व केवल
सिख कौम ही नहीं बल्कि समूची मानवता के लिए मनाने का मौका है। उन्होंने कहा कि
दिल्ली कमेटी यह शताब्दी प्रकाश पर्व मनाते हुए प्रयास करेगी कि हर धर्म के
व्यक्ति को गुरु साहिब की अद्वितीय शहादत व इसके ऐतिहासिक महत्व व उनकी गुरुबाणी
के संदेश से परिचित करवाया जाए।