हरसिमरत कौर बादल द्वारा मामला को उठाने पर हुई कार्रवाईःस. मनजिंदर सिंह सिरसा
नई दिल्ली, 7 अगस्तः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष स. मनजिंदर सिंह सिरसा
ने मध्यप्रदेश में ज्ञानी प्रेम सिंह ग्रंथी व अन्य सिखों पर बेरिहमी से अपमानजनक
हमला करने के दोषी दो पुलिस वालों को निलंबित करने पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री
श्री शिवराज सिंह चैहान व केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल का धन्यवाद किया है।
यहां जारी किए एक बयान में श्री सिरसा ने कहा कि यह मामला
केन्द्रीय मंत्री श्रीमति हरसिमरत कौर बादल ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष
उठाया था और बताया था कि कैसे इन दो पुलिस मुलाज़िमों ए.एस.आई सीताराम भटनागर व
हैडकांस्टेबल मोहन जामरे द्वारा ज्ञानी प्रेम सिंह ग्रंथी एवं अन्य सिखों पर
बेरहमी से हमला किया गया जो अमानवीय व्यवहार है और किसी तरह से स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने बताया कि देश के लिए कुरबानी देने वाले सिखों के साथ ऐसा नफरत भरा
व्यवहार करने वाले लोगों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए तांकि अन्यों के
लिए सबक बन सके क्योंकि ऐसे गुनाह के लिए कोई माफी नहीं है।
स. सिरसा ने बताया कि हरसिमरत कौर बादल द्वारा मामले को उठाने के
बाद दोनों पुलिस मुलाज़िम निलंबित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जब भी सिख
भाईचारे की बात आती है तो श्रीमति हरसिमरत कौर बादल हर मुद्दा उठाती हैं। उनके
द्वारा मुद्दे को उठाए जाने के कारण ही मध्यप्रदेश सरकार कार्रवाई के लिए मजबूर
हुई व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने स्वंय इस कार्रवाई की जानकारी
श्रीमति हरसिमरत बादल को दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी इस कार्रवाई
के लिए श्री चैहान और श्रीमति बादल का धन्यवाद करती है।
उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को यह भी अपील करते हुए कहा
कि केवल निलंबन ही काफी नहीं है बल्कि इन दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर इन्हें
सलाखों के पीछे पहुंचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिख कौम दुनिया की सब से बहादुर व
दिलेर कौम है और दुनिया भर में कहीं भी किसी को भी सिखों के साथ दुव्र्यवहार करने
की इजाज़त नहीं दी जा सकती।